![]() Quick Facts:
Father's Name : Late Shri Radha Kishan Didwania Related Organization, Society & Trust:Organization: CMD at Contact Details:Address: B-1006, Cello Triumph, IB Patel Road, Off WE Highway, Goregaon (E), Mumbai - 400063 |
Late (Shri) Gopi Didwania - Chairman of GRD Group - (July 19, 1945 - December 30, 2021)
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() संस्कारशील व्यक्ति ही समर्पित भाव से देश और समाज की सेवा करने में लगा रहता है। वह रोजी-रोटी, परिवार पालन तथा जनसंपर्क को आधार बनाकर समाज में अपना एक निश्चित एवं सम्मानजनक स्थान बनाने में सफल हो पाता है। अध्ययन-चिंतन-मनन के साथ-साथ लगनपूर्वक कार्यरत रहते हुए अपना जीवन सक्रियता के साथ जारी रहता है। उतार-चढ़ाव जीवन में आते-जाते रहते हैं, लेकिन जो व्यक्ति अपनी परम निष्ठा, कर्त्वय और समर्पण के प्रति सदा सजग रहता है, वही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है तथा उसे ऐसी उपलब्धि प्राप्त हो जाती है, जो दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन जाती है। इसी श्रेणी में अपने बुद्धि, कर्मशीलता, व्यवहारिकता और पुरूषार्थ के बल पर सफलता के उच्च सोपान पर आसीन ‘जी.आर. डीडवानिया ग्रुप’ के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर श्री गोपी डीडवानियाजी भी है, जो आज मुम्बई के सफल उद्योगपति में एक हैं। राजस्थान में सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ नगर के एक प्रतिष्ठित परिवार में 19 जुलाई 1945 को जन्में श्री गोपी डीडवानियाजी स्व. गंगासागरजी डीडवानिया के पौत्र तथा स्व. राधाकिशनजी डीडवानिया के पुत्र है। बाल्यकाल में गुरू शिक्षा प्राप्त करके श्री रघुनाथ विद्यालय में एक विद्यार्थी के रूप में भर्ती हुए (आज उसी संस्था श्री रघुनाथ सीनियर सेकेंडरी स्कूल एजुकेशन सोसायटी के वह प्रेसीडेंट तथा ट्रस्टी हैं)। बाद में उन्होंने मुकुंदगढ़ तथा सीकर कॉलेज से ग्रेजुएट किया। श्री कल्याण कॉलेज, सीकर में स्टुडेंट्स यूनियन के चुनाव में भारी मतों से विजयी होकर वाइस प्रेसीडेंट तथा कल्चरल सेक्रेटरी के पद पर तीन वर्षों तक कॉलेज की गतिविधियों तथा छात्र-छात्राओं की समस्याओं के समाधान एवं शिक्षा में उन्नति लाने हेतु अपना अहम योगदान दिया। उसी दरम्यान भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री लालबहादूर शास्त्री के सीकर आगमन पर उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम की स्वागत समिति के वरिष्ठ सदस्य के रूप में शामिल हुए। 1965 में ग्राम चिराणा (नवलगढ़) के सरपंच स्व. श्री महावीर प्रसादजी अग्रवाल की पुत्री श्रीमती ललिता देवी के साथ वैवाहिक गठबंधन में बंधे। 1968 में मुम्बई आते ही आयरन एण्ड स्टील का का व्यापार आरंभ किया। आपके समयबद्ध आपुर्ति से प्रभावित होकर सुरत म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, सुरत द्वारा आपका स्वागत तथा सम्मान किया गया। व्यवसाय को आपने आयरन स्टील के साथ रियलिटी सेक्टर में विस्तार किया। डीडवानियाजी की तीन पुत्रियाँ तथा एक पुत्र हैं। जिनके वैवाहिक दायित्वों से मुक्त हो पुत्र श्री संदीप डीडवानिया पिताजी के साथ कंधे से कंधे मिलाकर व्यापार को दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की के साथ नित नये आयाम दे रहें हैं। कार्यशैली, मेहनत और लगन से श्री संदीप डीडवानिया आज युवाओं के आदर्श स्वरूप गिने जाते है। श्री डीडवानियाजी अपना कार्य बड़े ही सुचारू तथा सुव्यवस्थित तरीके से पूर्ण करते हैं। अपने दैनिक जीवन के व्यवहार में उच्च विचारोंवाले व्यक्ति हैं। तमाम व्यवस्तओं के बाद भी वह समाज सेवा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। डीडवानियाजी गोरेगांव स्पोर्ट्स क्लब के ट्रस्टी तथा एडविजरी काउंसिल के सदस्य हैं। अपनी परम्पराओं को बाखुबी निर्वाह करते हुए कम समय में मिली सफलता ने डीडवानियाजी की जिम्मेवारियों को बढ़ाया। इन जिम्मेवारियों को वह पुरी लगन से पूर्ण भी करते हैं। विगत लगभग सौ वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में समर्पित राजस्थानियों की प्राचीनतम संस्था ‘मारवाड़ी सम्मेलन’ में अनुदान प्रदानकर्ता ट्रस्टी के रूप में डीडवानियाजी का सार्वजनिक अभिनंदन तथा सम्मान तत्कालीन विधायक राज के. पुरोहित द्वारा किया गया। वह मुम्बई अग्रवाल सामुहिक विवाह सम्मेलन के ट्रस्टी, राजस्थानी सम्मेलन, राजस्थानी सेवा समिति, राजस्थानी सेवा संघ, जुहू विले-पार्ले जिमखाना क्लब, भारत मर्चेंट चेम्बर, हिन्दुस्तान चेम्बर ऑफ कॉमर्स, स्टील चेम्बर ऑफ इंडिया, परोपकार, परमार्थ सेवा समिति आदि के मेंम्बर तथा प्रमोटर मेंबर हैं। साथ ही इस्कॉन के लाइफ पैट्रन मेंबर हैं। इसके साथ डीडवानियाजी बिलावर भवन, सांताक्रुज (पूर्व) के ग्रेट ग्रांट डोनर की लिस्ट में रहें हैं। इस तरह डीडवानियाजी मुम्बई के साथ-साथ अपनी जन्मभूमि लक्ष्मणगढ़ के लिए भी अपनी महत्वपूर्ण योगदान दे रहें हैं। श्री नारायणी सेवा संस्थान मुम्बई तथा लोनावला में नारायणीधाम में डीडवानियाजी ने अपनी ओर से रूम बनाने में योगदान दिया है, जो सराहनीय हैं। अपनी जन्मभूमि लक्ष्मणगढ़ में परिवार के साथ मिलकर 2007 में अत्यंत आधूनिक वातानूकूलित, लिफ्ट सहित ‘डीडवानिया भवन’ बनवाया। डीडवानिया भवन समाज के बहुउपयोगी कार्य के लिए समर्पित हैं। शिक्षा के क्षेत्र में काफी रूची के साथ काम करनेवाले गोपी डीडवानियाजी श्री रघुनाथ सीनियर सेकेंडरी स्कूल एजुकेशन सोसायटी के प्रेसीडेंट तथा ट्रस्टी के रूप में अपना उल्लेखनीय योगदान दे रहें हैं। जहाँ 800 विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहें हैं। उन्होंने खेल परिसर के लिए स्कूल को भारी राशि का योगदान दिया। श्री रघुनाथ बालिका विद्यालय में बुक बैंक की स्थापना करके सभी छात्र-छात्राओं को प्रति वर्ष निःशुल्क पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराई जाती हैं। इसका संचालन उनके द्वारा स्थापित ट्रस्ट जी.आर.डीडवानिया ट्रस्ट मुम्बई के जरिये किया जाता है। लक्ष्मणगढ़ नागरिक परिषद सूरत के डीडवानियाजी संस्थापक सदस्य हैँ। समय-समय पर वहां जनसेवा के कार्यों में अपनी ओर से निरंतर योगदान करते रहते है। अपने बुद्धि, कर्मशीलता, व्यवहारिकता और पुरूषार्थ के बल पर सफलता के उच्च सोपान पर आसीन ‘जी.आर. डीडवानिया ग्रुप’ के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर श्री गोपी डीडवानिया जी का बैकुंठवास 30 दिसंबर 2021 को हो गया।read more |